किसी से इश्क का कभी इजहार मत करना । लगा के दिल किस से तुम अब प्यार मत करना । चलना उस सफ़र में ही जहाँ पर मंजिल हो, नही हो मालूम वो दरिया पार मत करना । मोहित
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