तेरा मंदिर फूलो से आज सजाएंगे। मिश्री, माखन ,दही का भोग लगाएंगे । हमारे द्वार पर तुम भी आज चले आना , कान्हा तुम्हें आज हम दिल से बुलाएँगे। मोहित
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