मेरी नजर तुम्हें हर पल देखना चाहती है। तेरी खुश्बू से ये आज महकना चाहती है। अरे तुम भी आज मुझे अपने गलें से लगा दो, अब साँसे तेरी सासों से मिलना चाहती है ।
मोहित
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