तुम ही मेरी जिंदगी तुम ही मेरा प्यार हो ।
तुम से बना हूँ में , तुम ही मेरा संसार हो।
तुम्हारे लिए सपनें मेरे कही हजार है,
उन सपनों में तुम मेरे लिए कही हजार हो।
में यहाँ बहता पानी हूँ जिसकी तुम धार हो।
इस बीच नदी की तुम आज मेरी पतवार हो।
तुम्हारी दोस्ती ही मेरा सच्चा जीवन है,
तुम जैसे हो, वैसे ही मुझे ,अब स्वीकार हो ।
मोहित
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